भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य तनाव के चलते देश के कई हिस्सों में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही, दिल्ली में गर्मी की छुट्टियों के चलते शैक्षणिक संस्थान पहले से ही बंद हैं। इन दोनों कारणों से कई राज्यों में स्कूल-कॉलेजों में लगभग 50 दिनों की छुट्टियाँ घोषित की गई हैं।
भारत-पाक तनाव: सुरक्षा कारणों से स्कूल-कॉलेज बंद
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 भारतीय पर्यटकों की मृत्यु के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इसके जवाब में पाकिस्तान ने भी प्रतिक्रिया दी, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया। इस स्थिति को देखते हुए, सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
पश्चिम बंगाल में स्कूल-कॉलेज बंद
पश्चिम बंगाल सरकार ने सुरक्षा और भीषण गर्मी को देखते हुए पहले से घोषित गर्मी की छुट्टियों को पहले कर दिया है। पहले यह छुट्टियां 16 मई से शुरू होने वाली थीं, लेकिन अब इसे 9 मई से ही लागू कर दिया गया है।
- राज्य सरकार के अनुसार, भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के कारण सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
- पश्चिम बंगाल के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में यह छुट्टियां लागू रहेंगी।
- अगर हालात बिगड़ते हैं, तो छुट्टियों की अवधि को और आगे बढ़ाया जा सकता है।
दिल्ली में स्कूल-कॉलेज 11 मई से बंद
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ती गर्मी और भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए 11 मई से स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है।
- शिक्षा निदेशालय ने सभी स्कूलों को 11 मई से 23 जून तक बंद रखने का आदेश जारी किया है।
- हालात बिगड़ने पर इन छुट्टियों को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
- कक्षा 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए आवश्यक परीक्षाएं और कक्षाएं निर्धारित समय पर आयोजित की जा सकती हैं।
- ऑनलाइन क्लासेस का विकल्प भी लागू किया जा सकता है, यदि छुट्टियों की अवधि में वृद्धि की जाती है।
उत्तर प्रदेश में 20 मई से गर्मी की छुट्टियां
उत्तर प्रदेश के स्कूलों में गर्मी की छुट्टियां 20 मई से 15 जून तक निर्धारित की गई हैं।
- सरकार ने पहले ही गर्मी की छुट्टियों का कैलेंडर जारी कर दिया था।
- हालांकि, सुरक्षा चिंताओं और भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को देखते हुए छुट्टियों को और पहले करने पर विचार किया जा सकता है।
- राज्य के सीमावर्ती इलाकों में स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रशासन निगरानी कर रहा है।
राजस्थान और पंजाब में छुट्टियों का ऐलान
राजस्थान और पंजाब के सीमावर्ती जिलों में सुरक्षा अलर्ट को देखते हुए स्कूल और कॉलेजों को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।
- राजस्थान के गंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर और बाड़मेर जिलों में स्कूलों को 3 दिनों के लिए बंद कर दिया गया है।
- पंजाब के फिरोजपुर, पठानकोट, अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारण जिलों में भी 3 दिनों के लिए सभी शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे।
- सीमा पर बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए यह कदम उठाया है।
हिमाचल प्रदेश में भी सुरक्षा अलर्ट
हिमाचल प्रदेश के जम्मू-कश्मीर से सटे क्षेत्रों में भी तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
- राज्य सरकार ने JK जिलों में अगले 48 घंटों के लिए स्कूलों और कॉलेजों को बंद रखने का निर्देश दिया है।
- अगर हालात और बिगड़ते हैं, तो छुट्टियों की अवधि को बढ़ाया जा सकता है।
स्थिति पर सरकार की नजर
भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के चलते सीमावर्ती राज्यों में सुरक्षा अलर्ट जारी किया गया है।
- सीमा सुरक्षा बल (BSF) और स्थानीय पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
- सीमावर्ती जिलों में गश्त बढ़ा दी गई है।
- नागरिकों को अनावश्यक रूप से बाहर न जाने की सलाह दी गई है।
- इंटरनेट सेवाओं को सीमित करने या अस्थायी रूप से बंद करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सुरक्षा उपाय और सरकार की तैयारी
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए सरकार ने निम्नलिखित सुरक्षा उपाय किए हैं:
- सीमा पर हाई अलर्ट: भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों को सीमा पर तैनात किया गया है।
- नागरिकों के लिए सलाह: प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों को घरों में रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी गई है।
- परिवहन सेवाओं में बदलाव: कुछ क्षेत्रों में उड़ानों और ट्रेनों को रद्द या पुनर्निर्धारित किया गया है।
- इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध: अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाओं पर अस्थायी प्रतिबंध लगाए गए हैं।
निष्कर्ष
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण देश के कई हिस्सों में स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का निर्णय लिया गया है। दिल्ली में गर्मी की छुट्टियों के चलते शैक्षणिक संस्थान पहले से ही बंद हैं। इन दोनों कारणों से कई राज्यों में स्कूल-कॉलेजों में लगभग 50 दिनों की छुट्टियाँ घोषित की गई हैं। सरकार ने नागरिकों से संयम बरतने और आधिकारिक निर्देशों का पालन करने की अपील की है।